Monday, February 7, 2011

राधा री तेरा कान्हा दे दे उधार

सखी:-राधा री तेरा कान्हा दे दे उधार
         अगर तू मुझ से करती प्यार
        राधा री तेरा कान्हा दे दे उधार
राधा:- सखी मोहे तुमसे लाख है प्यार
          मगर तू मांग ना कान्हा  उधार
सखी:- अगर मुझे तू कान्हा दे दे,में क्या उसको खा जाऊँगी
         बस थोड़ी सी छाछ पिला के, वापस तेरा दे जाऊँगी
        तू मुझ पे कर ना शक बेकार
       राधा री तेरा कान्हा दे दे उधार
राधा:- अगर तुझे में कान्हा दे दूँ सोच मेरा क्या होगा हाल
          कान्हा मेरे प्राण बसे हैं, प्राण में दे दूँ कैसे निकाल
          उतार दे मेरे सीने कटार
          मगर तू मांग ना कान्हा  उधार
         मुझे चाहे ज़िंदा छोड़ या मार
          मगर तू मांग ना कान्हा  उधार
*** प्रदीप नील हिसार हरियाणा  09996245222 ***


       

         

2 comments:

  1. .

    Read few of your songs. They are awesome !

    you liked the rare document so thought of giving you the link of following discussion.

    http://zealzen.blogspot.com/2011/03/blog-post_20.html

    .

    ReplyDelete
  2. Dear Doctor, Thanks a lot for having a look at my blog,posting comment on my songs,giving me a link to such a rare document and adding me to the list of your friends.

    ReplyDelete